Free Electricity Bijli Bill: 125 यूनिट फ्री बिजली किन किन उपभोक्ता को मिलेगा लिस्ट हुआ जारी
सब मीटर पर होने के कारण नहीं मिल रहा है फायदा।
राजधानी बड़ी संख्या के बाहर लोगों को मकान फ्लैट और अपार्टमेंट में किराएदार के रूम में रहते हैं इसे अधिकांश स्थान पर एक ही सीमित होता है अलग-अलग फ्लैट करने में सब मीटर लगाया जाता है क्योंकि सरकारी योजना के तहत मुख्य मी का है 125 मिनट बिजली दी जाती है इसी कारण से लाभ मकान मालिक को मिलता है।
किराएदार बिजली की बिल की राहत नहीं मिली है अब जब जुलाई महीने में भी लाया तो उसे पर किराएदार को छूट नहीं मिले।
प्लेटफार्म में किराए के मकान पर रहने वाले रोशनी ने बताया की प्रतिमा 800 से 1000 तक बिजली बिल देते हैं उनकी खपत अधिकतम 100 से 20 मिनट है लेकिन सरकारी योजना का लाभ उपभोक्ताओं को कंजूमर नंबर पर दी जाती है सरकारी मीटर का मन है इसी कारण से किराया रूप में शामिल कैसे किया जा सकता है।
500 से ₹700 तक रुपया बजट
बिजली कंपनियों का आंकड़ा के अनुसार पटना शहरी क्षेत्र में अधिकांश औसत मासिक खपत दिल से यूनिट के बीच में होती है ऐसे में बड़ी संख्या में उपभोक्ताओं को शामिल रहेगा फिर बहुत राशि भुगतान का रहेगा स्मार्ट क्रिकेट मीटर वाले भुगतान को नहीं करना पड़ा क्योंकि यूनिट पहले क्रेडिट हो रही है तो प्रत्येक माह में 500 से ₹700 की बचत हो रही है जिसे काफी ज्यादा आम लोगों के जिंदगी अपन में बजट जीव पर कम असर पड़ा है जिसकी वजह से जिंदगी अपन करने में काफी सारी सहूलियत हुई है।
राजधानी बड़ी संख्या के बाहर लोगों को मकान फ्लैट और अपार्टमेंट में किराएदार के रूम में रहते हैं इसे अधिकांश स्थान पर एक ही सीमित होता है अलग-अलग फ्लैट करने में सब मीटर लगाया जाता है क्योंकि सरकारी योजना के तहत मुख्य मी का है 125 मिनट बिजली दी जाती है इसी कारण से लाभ मकान मालिक को मिलता है।
किराएदार बिजली की बिल की राहत नहीं मिली है अब जब जुलाई महीने में भी लाया तो उसे पर किराएदार को छूट नहीं मिले।
प्लेटफार्म में किराए के मकान पर रहने वाले रोशनी ने बताया की प्रतिमा 800 से 1000 तक बिजली बिल देते हैं उनकी खपत अधिकतम 100 से 20 मिनट है लेकिन सरकारी योजना का लाभ उपभोक्ताओं को कंजूमर नंबर पर दी जाती है सरकारी मीटर का मन है इसी कारण से किराया रूप में शामिल कैसे किया जा सकता है।
500 से ₹700 तक रुपया बजट
बिजली कंपनियों का आंकड़ा के अनुसार पटना शहरी क्षेत्र में अधिकांश औसत मासिक खपत दिल से यूनिट के बीच में होती है ऐसे में बड़ी संख्या में उपभोक्ताओं को शामिल रहेगा फिर बहुत राशि भुगतान का रहेगा स्मार्ट क्रिकेट मीटर वाले भुगतान को नहीं करना पड़ा क्योंकि यूनिट पहले क्रेडिट हो रही है तो प्रत्येक माह में 500 से ₹700 की बचत हो रही है जिसे काफी ज्यादा आम लोगों के जिंदगी अपन में बजट जीव पर कम असर पड़ा है जिसकी वजह से जिंदगी अपन करने में काफी सारी सहूलियत हुई है।
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