पूर्व विधायक विकास उपाध्याय के नेतृत्व में कांग्रेसजनों ने दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के जीएम तरूण प्रकाश को सौंपा ज्ञापन
पूर्व विधायक विकास उपाध्याय के नेतृत्व में कांग्रेसजनों ने दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के जीएम तरूण प्रकाश को सौंपा ज्ञापन
कोरोना के बाद से जो लोकल ट्रेनें बंद किये गये हैं उन्हें शीघ्र पुनः चालू किया जाये - विकास उपाध्याय
रायपुर । रायपुर पश्चिम पूर्व विधायक विकास उपाध्याय के नेतृत्व में कांग्रेसजनों ने आज रायपुर में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक तरूण प्रकाश को छत्तीसगढ़ के जनहित में रेलवे संबंधित मांग को पूर्ण करने एक ज्ञापन सौंपा। उपाध्याय ने विभिन्न मांगे उनके समक्ष रखी जिसमें भवानी नगर कोटा अण्डर ब्रिज का निर्माण और हरे-भरे पेड़ से पर्यावरण को संरक्षण करने व कब्जाधारियों से रेलवे की जमीन के बचाव के लिए उरकुरा रेलवे स्टेशन से सरोना स्टेशन एवं रायपुर जं. से मंदिर हसौद स्टेशन तक ग्रीन कॉरिडोर का निर्माण कराने की मांग की है। इसके साथ उन्होंने कहा कि उरकुरा रेलवे स्टेशन से सड्डू जोड़ने वाली रोड का निर्माण पीडब्ल्यूडी द्वारा किया जा रहा है जिसमें 10 करोड़ की निविदा जारी की गई है लेकिन रेलवे द्वारा अनुमति नहीं दिये जाने के कारण वह भी अधूरा है जिसके कारण यात्रियों को आवागमन में परेशानी होती है। जबकि उरकुरा रेलवे स्टेशन को अमृत भारत स्टेशन का नाम दिया गया है लेकिन यहाँ सुविधा शून्य है। तेलघानी नाका से प्लेटफॉर्म-07 तक निर्माणाधीन कार्य बहुत धीमी गति से चल रहा है, जिसे शीघ्र पूर्ण कराये जाने की मांग उन्होंने की। उपाध्याय ने सरोना रेलवे स्टेशन के विस्तारीकरण की बात रखी। उन्होंने कहा कि रेलवे स्टेशनों में आपातकालीन चिकित्सा सुविधा हेतु कर्मचारी समय पर उपलब्ध नहीं रहते, आपातकालीन चिकित्सा कर्मचारी की उचित व्यवस्था शीघ्र की जाये। लगातार ट्रेनें जो रद्द हो रही हैं तथा जो ट्रेनें विलंब से चल रही हैं उस पर भी उपाध्याय ने जनता की नाराजगी एवं परेशानी को जीएम से साझा किया और शीघ्र सुधार लाये जाने की मांग रखी।
विकास उपाध्याय ने सरोना रेलवे स्टेशन को लेकर इसके नज़दीक एम्स हॉस्पिटल जो कि छत्तीसगढ़ के गंभीर मरीजों का एकमात्र उपचार केन्द्र है यहाँ आने वाले मरीजों की स्थिति को दृष्टिगत् रखते हुए अम्बिकापुर दुर्ग एक्सप्रेस, सारनाथ और अमरकंटक एक्सप्रेस एवं इंटरसिटी ट्रेनों का स्टॉपेज सरोना रेलवे स्टेशन पर किये जाने की मांग रखी। उपाध्याय ने कहा कि नया रायपुर में राज्य शासन से रेलवे को 18 एकड़ जमीन आबंटित है। वहाँ पर ट्रेनों के मेंटेनेंस के लिए कोचिंग डिपो बनाने की मांग की। गरीब रथ का मेंटेनेंस स्टेशन के पटरी पर होता है, राज्य की राजधानी रायपुर से राजधानी एक्सप्रेस चलाने का प्रावधान है लेकिन मेंटेनेंस की सुविधा नहीं होने से बिलासपुर से चलाई जा रही है जिस पर भी ध्यान केंद्रित करने को कहा है। रेलवे क्रासिंग सिलयारी, हीरापुर, उरकुरा, बैकुंठ स्टेशन सेक्शन में ओवरब्रिज बनाने का बजट राज्य शासन में स्वीकृत है, लेकिन रेलवे की जटिल प्रक्रिया की वजहों से ड्राइंग डिजाइन की स्वीकृति में कई महीने बीत जाते है, उसमें तत्काल सुधार लाये जाने भी चर्चा किये।
उपाध्याय ने जीएम के सामने रेलवे के पूर्व कर्मचारी टी. गोपी की शिकायत भी की है कि इसके द्वारा शिवानंद नगर खमतराई में लगातार रेलवे की जमीन को अवैध तरीके से प्लाट एवं मकान बनाकर बेचे जाने का खेल कई वर्षों से चल रहा है। लेकिन अबतक किसी भी प्रकार की कार्यवाही नहीं की गई। गोंदवारा अंडर ग्राउंड ब्रिज के लेफ्ट साईड टी. गोपी की जो कॉलोनी बनाई गई है, वह पूरा रेलवे का जमीन है, उस जमीन को संगम नायडू जी को रेलवे ने खेती करने दिया था, जिसमें टी. गोपी ने खाता सेट करके मकान बनाकर बेच दिया। गोंदवारा अंडर ग्राउंड ब्रिज के राईट साईड जो डेयरी है उसके पीछे भी पूरा रेलवे की जमीन है जिसमें मकान बनाकर बेचा है। शिवानंद नगर में अग्रवाल पटाखा दुकान के सामने एक और डेयरी है तिवारी जी की, उससे होते हुए विनायक गार्डन जाता है, जिसमें हाल ही में एक मंदिर का निर्माण हुआ है, और करीब 25 से 30 मकान पूरा रेलवे की जमीन में बना दिया गया है, रोड भी रेलवे का है, उसी में रेलवे के पटरी तरफ बड़ा बाउंड्रीवाल खड़ा करके अंदर में अभी भी मकान का निर्माण चल रहा है। राधा कृष्ण मंदिर के बाजू से रेलवे पटरी तरफ जाकर वहां भी इसने कुछ मकान बनाए हैं, मंदिर से आगे जाकर उल्टे हाथ तरफ भी इसने कुछ मकाने बनाई हैं रेलवे के जमीन में। विकास उपाध्याय ने कहा कि जीविका के लिए पहले रेलवे के कर्मचारियों को जमीन लीज में दी जाती थी जिसे कर्मचारियों द्वारा बेच दिया जाता था उस पर जाँच होनी चाहिए। विकास उपाध्याय ने कहा कि जो लोकल ट्रेनें कोरोना के समय से बंद हैं उसे अभी तक शुरू नहीं किया गया है, उन सभी लोकल ट्रेनों को पुनः चालू किये जायें। करोना के बाद से 40 50 वर्षों से संचालित नागपुर टाटा पैसेंजर का स्टॉपेज बंद कर दिया गया, ट्रेन नंबर 68746 रायपुर से गेवरा रोड थी उसे बंद कर दिया गया, दुर्ग अंबिकापुर एक्सप्रेस का स्टॉपेज बंद कर दिया गया, बिलासपुर नागपुर इंटरसिटी का स्टॉपेज बंद कर दिया गया, कोरबा से आने वाली दो लोकल ट्रेन शाम 6ः00 बजे एवं 8ः00 बजे जो डोंगरगढ़ तक जाती है उसे अचानक रद्द कर दिया जाता है, सिर्फ अभी एक लोकल जाती है।उपाध्याय ने कहा कि पूर्व में सिलयारी, तिल्दा, हथबंद इन रेलवे स्टेशनों में ट्रेन स्टॉपेज थी, जिसे बंद कर दिया गया है, पुनः ट्रेन स्टॉपेज शुरू की जाये। रायपुर रेलवे जं. से नये ट्रेन की भी मांग रखी गई, जिसमें रायपुर से इंदौर, रायपुर से हरिद्वार, रायपुर से बैंगलोर, रायपुर से अयोध्या, रायपुर से उज्जैन ट्रेन को शुरू करने तथा रीवा-बिलासपुर ट्रेन का विस्तारीकरण करते हुये उसे भी रायपुर से शुरू कराने चर्चा की गई। उपाध्याय ने जीएम को अवगत् कराया कि रेलवे बोर्ड के निर्देशों का उल्लंघन लगातार हो रहा है ट्रेनों को 100 फीसदी समय पर चलाया जाना चाहिए फिर एसईसीआर में ट्रेनें लेट क्यों चलती हैं। लदान ही करना है तो यात्री ट्रेनों को बंद ही कर दीजिए। आप कहते हैं की ट्रिपलिंग चॉपलिंग से राहत मिलेगी लेकिन आपके लदान का टारगेट हर साल इतना बढ़ जाता है की तमाम संसाधन कम पड जाते हैं। रेलवे कालोनी भारत का हिस्सा है की नहीं? अगर है तो फिर रेलवे कालोनी की सड़कों का इस्तेमाल आम आदमी क्यों नहीं कर सकता। आप हर जगह बैरियर और दीवार उठाते रहते हैं। रेलवे कालोनी में पेट्रोल पंप और गैस एजेंसी क्यो नहीं खोलते। निचले स्तर के कर्मचारियों को इन सुविधाओं के लिए भटकना पड़ता है। लगातार एक्सप्रेस ट्रेनों में एसी कोच की संख्या बढ़ाए जाने के चलते रेलवे जनरल कोच की संख्या में कटौती करता जा रहा है। रायपुर से गुजरने वाली दर्जनों लंबी दूरी की ट्रेनों में फिलहाल केवल 2 से 3 जनरल कोच ही लगे होते हैं, जबकि यात्रियों की संख्या को देखते हुए कम से कम 5 जनरल कोच की आवश्यकता है। कोच कम होने के कारण यात्रियों को सफर में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
उपाध्याय ने कहा कि ट्रेनों में मिलने वाले खाने की गुणवत्ता भी लगातार सवालों के घेरे में है। यात्रियों ने पेट्रिकार में परोसे जा रहे खाने को लेकर शिकायतें दर्ज कराई हैं। कुछ यात्रियों ने गंदगी की तस्वीरें भी साझा की हैं, जिससे व्यवस्था की गंभीर खामियां उजागर हो रही हैं। रायपुर रेलवे स्टेशन पर यात्रियों के सामान जांचने के लिए लगाई गई महंगी स्कैनिंग मशीन का उपयोग नहीं हो रहा है। लाखों रुपये खर्च कर खरीदी गई इस मशीन का संचालन अब तक शुरू नहीं किया जा सका है, जिससे सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। उन्होंने छत्तीसगढ़ की जनता द्वारा उठाये जा रहे सवाल से वाकिफ कराया कि दुर्ग, बिलासपुर और रायपुर के विस्तारीकरण में 12.5 सौ करोड़ लगाकर, क्या इसे निजी हाथो में सौपने की तैयारी है? आज ज्ञापन सौंपने के लिए विकास उपाध्याय के साथ कमलाकांत शुक्ला, देवकुमार साहू, ईश्वरी नामदेव, हरीश साहू, अमित शर्मा लल्लू, संदीप सिरमौर, राजेश बघेल, संदीप तिवारी, वेद प्रकाश कुशवाहा, मीत गोपाल, अभिषेक ठाकुर, शानू दीवान, सूरज साहू, शहबाज अली, दानी वर्मा सहित काफी संख्या में कांग्रेस के साथी वहाँ उपस्थित थे।
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