कासगंज: पुलिस हिरासत में अल्ताफ की मौत को हत्या बताने वाले उसके पिता अब क्या बोल रहे?
उत्तर प्रदेश के कासगंज में पुलिस हिरासत में मोहम्मद अल्ताफ नाम के युवक की मौत का मामला अब गर्माता दिख रहा है. मंगलवार 9 नवंबर को कासगंज (Kasganj) की सदर कोतवाली में अल्ताफ की संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी. पुलिस ने उसे एक लड़की को भगाकर ले जाने के आरोप में हिरासत में लिया था. उसकी मौत के बाद सामने आई पुलिस की थ्योरी तो सवालों के घेरे में ही अब पीड़ित के पिता भी अपने पिछले बयान से पलटते दिखे हैं. हालांकि अल्ताफ के अन्य परिजनों ने पुलिस पर डरा-धमका कर बयान बदलवाने का आरोप लगाया है.
क्या है पुलिस की थ्योरी?
कासगंज के एसपी रोहन प्रमोद बोत्रे ने एक बयान जारी कर कहा कि अल्ताफ ने अपनी जैकेट की डोरी को लॉकअप के टॉयलेट के नल से बांधकर आत्महत्या की है. बोत्रे ने कहा,
“कोतवाली कासगंज में 363 और 366 IPC के एक प्रकरण के संदर्भ में अल्ताफ पुत्र चांद मियां को पूछताछ के लिए लाया गया था. उसने टॉयलेट जाने का अनुरोध किया जिसके बाद उसे हवालात में बने टॉयलेट में भेजा गया. अल्ताफ ने टॉयलेट के अंदर लगे नल में अपने जैकेट के हुड में लगी डोरी को फंसा कर गला घोंटने की कोशिश की. काफी देर तक वह बाहर नहीं निकला तो पुलिसकर्मी अंदर गए और बेहोशी की हालत में उसे सीएचसी अशोक नगर कासगंज पहुंचाया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई.”
थ्योरी गले क्यों नहीं उतर रही?
कासगंज पुलिस के मुखिया रोहन प्रमोद बोत्रे की थ्योरी किसी के गले नहीं उतर रही है. उनके दावे पर सवाल उठने लगे हैं. वजह है लॉकअप के टॉयलेट की वो तस्वीर जिसमें साफ दिख रहा है कि जिस नल के पाइप से डोरी बांधकर अल्ताफ के आत्महत्या करने का दावा किया गया, वो जमीन से केवल 2 फीट की ऊंचाई पर है. जबकि अल्ताफ के परिजनों ने उसकी लंबाई साढ़े पांच फीट बताई है. सवाल उठता है कि साढ़े पांच फीट का व्यक्ति दो फीट ऊंचे नल पर लटककर कैसे फांसी लगा सकता है.
आजतक की टीम जब कोतवाली पहुंची तो उसने हवालात और उसमें बने टॉयलेट के विजुअल्स भी लिए थे. इसके कुछ देर बाद सोशल मी़डिया पर एक और तस्वीर वायरल हुई. इसमें अल्ताफ का शव नल के पास पड़ा दिख रहा है. उसके गले और नल के पाइप में एक डोरी भी बंदी दिख रही है. पाइप दीवार से अलग हुआ पड़ा है. इस तस्वीर के सामने आने के बाद पुलिस पर क्राइम सीन में फेरबदल करने का भी आरोप लग गया है.
आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक हवालात के अंदर सीसीटीवी कैमरा लगा है, जिसकी फुटेज अभी पुलिस ने नहीं दी है.
कौन हैं एसपी रोहन प्रमोद बोत्रे?
एसपी रोहन बोत्रे पुणे के रहने वाले हैं. वे 2016 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. उन्होंने अमेरिका से सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है. यूपी के आगरा में एसपी सिटी रहते हुए उन्होंने कई बड़े मामलों का खुलासा भी किया था. आगरा में उनके काम की काफी सराहना हुई थी. ऐसे में उनके द्वारा मोहम्मद अल्ताफ की कथित आत्महत्या की जो कहानी सुनाई गई, उसे लेकर कई जानकार उनके ऊपर भी सवाल खड़े कर रहे हैं.
मृतक के पिता बयान से पलटे
सवालों के घेरे में अल्ताफ के पिता चांद मियां भी हैं. मंगलवार 9 अक्टूबर को उन्होंने शक जताते हुए कहा था कि पुलिस ने उनके बेटे को हिरासत में मारा है. लेकिन बुधवार 10 नवंबर को चांद मियां का एक और बयान वायरल हो रहा है. इसमें वे अपने बेटे के आत्महत्या करने की बात स्वीकार करते दिख रहे हैं. वायरल वीडियो में वे कहते हैं,
“मेरा नाम चांद मियां है. पहले मैंने मीडिया वालों को गुस्से में आकर बोल दिया था. जब मैंने डॉक्टरों से पूछा तो उन्होंने बताया कि आपके बच्चे ने फांसी लगा ली है. मेरे सामने ही पुलिस वाले मेरे बेटे को इलाज के लिए अस्पताल लाए. लेकिन वह नहीं बचा. उन्होंने मेरे साथ अच्छा व्यवहार भी किया.”
इस वीडियो में एक व्यक्ति चांद मियां से पूछता है कि क्या आप (पुलिस) की कार्रवाई से संतुष्ट हैं, तो वे जवाब देते हैं, ”हां, मैं कार्रवाई से संतुष्ट हूं.”
हालांकि अल्ताफ की मां फातिमा और उसके चाचा हुसैन का कहना है कि हो सकता है चांद मियां को पुलिस ने डराया हो. आजतक से जुड़े आयेंद्र यादव से बातचीत में फातिमा ने कहा, “मुझे नहीं पता अब उन्होंने ऐसा क्यों कहा है. हमें इंसाफ नहीं मिला है… उन्हें डराया होगा, धमकाया गया होगा. लड़की के पिता ने (पुलिस को) पैसा भरा होगा.”
वहीं अल्ताफ के चाचा हुसैन ने कहा, “अगर पुलिस धमकाएगी तो आप वही कहोगे…आत्महत्या का आरोप गलत है. अल्ताफ की हत्या की गई है.”
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